नई दिल्ली:
राजस्थान के अलवर में हुए गैंगरेप मामले में अभी तक पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. हालांकि, पुलिस की टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है. इस मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ 29 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिन्होंने कथित तौर पर लड़की के साथ तीन बार सामूहिक दुष्कर्म किया. साथ ही घटना का वीडियो भी बनाया था. किशनगढ़ बास के अनुमंडल अधिकारी अतुल अग्रे ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं. अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं, थानाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि 17 वर्षीय पीड़िता ने आरोप लगाया है कि 31 दिसंबर 2021 को साहिल नाम के एक व्यक्ति ने उसे यह कहकर बुलाया था कि उसके पास पीड़िता की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें हैं.
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बता दें कि नाबालिग लड़की से हैवानियत का एक और मामला सामने आया था. घटना राजस्थान के अलवर की है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने 17 साल की बच्ची को पहले किसी बहाने से मिलने बुलाया था, बाद में सभी ने बारी बारी से उसके साथ गैंगरेप किया. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सभी आठ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों ने बच्ची से रेप करने का वीडियो भी बनाया था और उससे इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसे भी मांग रहे थे. पुलिस अधिकारी ने बताया था कि अभी तक आरोपी बच्ची के परिवार से 50 हजार रुपये वसूल चुके हैं. पर वो और ढाई लाख रुपये की मांग कर रहे थे.
पुलिस ने इस मामले में शामिल आरोपियों की पहचान अरबाज, जावेद, मुस्तकीम, तालीम, सलमान, अकरम, साहिल और अकरम के रूप में की . पुलिस ने बताया था कि बच्ची ने जब आरोपियों को पैसा देने से मना किया तो उन्होंने रेप का वीडियो शेयर कर दिया. पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच कर रहे एसएचओ अमित चौधरी ने बताया कि पीड़ित बच्ची के पिता का आरोप है कि इन सभी लड़कों ने उनकी बच्ची के साथ रेप किया. ये सभी आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं. हमने मामले की गंभीरता को देखते तुरंत FIR दर्ज करने के साथ-साथ जांच शुरू कर दी है.